Wednesday 18 July 2012

भारत को इकलौते तैराक से अधिक उम्मीद नहीं


भारतीय तैराक ओलंपिक में कभी अपनी छाप छोड़ने में सफल नहीं रहे और इस बार भी लंदन खेलों में उनसे कुछ ज्यादा उम्मीद नहीं है। इस बार ओलंपिक में गगन उलालमठ भारत के एकमात्र तैराक होंगे, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय तैराकी महासंघ [फिना] के यूनिवर्सेलिटी कोटा के तहत खेलों के महाकुंभ में हिस्सा लेने का मौका मिला है। देश के किसी भी तैराक के ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने में नाकाम रहने के बाद पुरुषों की 1500 मीटर फ्रीस्टाइल स्पद्र्धा में गगन को मौका दिया गया है। युवा गगन के लिए यह बड़ा मौका है, लेकिन इसने देश के अन्य अनुभवी तैराकों वीरधवल खाड़े [100 मीटर फ्रीस्टाइल], संदीप सेजवाल [100 और 200 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक], एरोन डिसूजा [200 मीटर फ्रीस्टाइल] और सौरभ सागवेकर [1500 मीटर फ्रीस्टाइल] की उम्मीदें तोड़ दीं। अगर किसी देश के किसी भी तैराक ने क्वालीफाई नहीं किया है तो यूनिवर्सेलिटी कोटा के तहत पुरुष और महिला वर्ग में उसके एक-एक तैराक को मौका मिल सकता है, लेकिन तैराक का पिछली विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लेना अनिवार्य है। 20 साल के गगन ने पिछले साल शंघाई में विश्व चैंपियनशिप में 800 मीटर फ्रीस्टाइल में भाग लिया था जहां उन्होंने 8:21.23 सेकेंड में अपनी दूरी पूरी की थी। लंदन में गगन 1500 मीटर फ्रीस्टाइल में भाग लेंगे।

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