ओलंपिक का उद्घाटन समारोह शुरू होने में केवल दो दिन बचे हैं, लेकिन ब्रिटेन में रह रहे 16 लाख प्रवासी भारतीय जानकारी के अभाव, टिकटों की ऊंची दरों और इनकी कालाबाजारी के कारण उद्घाटन समारोह से खुद को दूर रखने के लिए मजबूर हैं।
उद्घाटन समारोह के टिकट ब्लैक मार्केट में काफी ऊंची कीमत पर बेचे जा रहे है। बहुत ही कम लोगों को पता है कि टिकट आधिकारिक वेबासाइट पर महज 20 पौंड [1720 रुपये] में उपलब्ध हैं, लेकिन कालाबाजारी के कारण इसे 300 गुना महंगाकर 6,000 पौंड [5,16,000 रुपये] तक में बेचा जा रहा है। टिकटों की कालाबाजारी को आपराधिक कृत्य माना गया है और इसके लिए ओलंपिक कानून 2006 के मुताबिक 20,000 पौंड तक जुर्माने का प्रावधान किया गया है। इसके बावजूद कालाबाजारी धड़ल्ले से जारी है।
मेट्रोपोलिटन पुलिस ने ऑपरेशन पोडियम के तहत टिकट ब्लैक करने पर अब तक तीन दर्जन से ज्यादा वेबसाइट के खिलाफ कार्रवाई की और करीब एक हजार लोगों को गिरफ्तार किया है। खेलों की सुरक्षा से जुड़े मोहसिन अली रजा ने कहा, 'कालाबाजारी करने वालों में कुछ तो बहुत कुटिल है और उनकी भीतर तक सांठगांठ है।' गुडमेज में रहने वाले एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर सिबासिस नायक ने कहा, 'मैंने जब पिछले साल यह सुना कि करीब 10 लाख लोगों को पहले दौर में ही टिकट देने से इन्कार कर दिया गया तो उसके बाद मुझे लगा कि टिकट की उम्मीद करना बेमानी है।'
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