Sunday 8 July 2012

दबाव महसूस नहीं कर रहे हैं विजेंद्र


vijender singh
बीजिंग ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप में देश को मुक्केबाजी का पहला पदक दिलाने वाले 25 वर्षीय मुक्केबाज विजेंद्र अपने तीसरे ओलंपिक के लिए तैयार हैं। उन्होंने माना कि उनसे देशवासियों को ढेरों उम्मीदें होंगी, लेकिन उनपर इस बात का कोई दबाव नहीं है। हरियाणा के विजेंद्र ने कहा, ' मैं समझ सकता हूं कि काफी उम्मीदें लगी होंगी, लेकिन मैं इनके बारे में सोचना जारी नहीं रखना चाहता। मेरा काम ट्रेनिंग पर ध्यान लगाना है और बाकी काम भगवान पर छोड़ना है। मेरा लक्ष्य एक और ओलंपिक पदक है क्योंकि मुझे इसी के लिए याद रखा जाएगा। तीन बार का ओलंपियन बनना ठीक है, लेकिन अगर दो बार पदक जीत जाऊंगा तो यह इससे बेहतर होगा।'

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