ब्रिटेन के सबसे अमीर व्यक्ति लक्ष्मी निवास मित्तल का कहना है कि भारत को बचपन से ओलंपियन तैयार करने पर ज़ोर देना होगा.

मित्तल ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि भारत में लोग बचपन से खिलाड़ी तैयार करने पर ध्यान नहीं देते हैं जबकि यहाँ ब्रिटेन में दिखता है कितनी लगन से खिलाड़ियों को तैयार किया जाता है. वहाँ सारा ध्यान क्रिकेट पर रहता है."
दुनिया की सबसे बड़ी स्टील कंपनी आर्सेलर मित्तल के चेयरमैन का कहना है कि भारत में खेलों की हालत को देखते हुए उन्होंने एक ट्रस्ट शुरू किया है जो भारतीय एथलीटों की मदद करता है.
मुझे नहीं लगता कि भारत में लोग बचपन से खिलाड़ी तैयार करने पर ध्यान नहीं देते हैं जबकि यहाँ ब्रिटेन में दिखता है कितनी लगन से खिलाड़ियों को तैयार किया जाता है|

ब्रितानी टीम के बारे में उन्होंने कहा, "मैं ब्रिटेन की टीम को समर्थन दे रहा हूँ, मैं आशा करता हूँ कि ब्रिटेन की टीम बीजिंग ओलंपिक के मुक़ाबले अधिक पदक जीते, पिछले ओलंपिक में उन्होंने 19 स्वर्ण पदक जीते थे इस बार मैं चाहता हूँ कि वे अधिक से अधिक पदक हासिल करें."
ओलंपिक आयोजन से जुड़े लोगों की तारीफ़ करते हुए उन्होंने कहा, "कई लोग आशंका व्यक्त कर रहे थे कि लंदन ओलंपिक का आयोजन अच्छी तरह कर पाएगा या नहीं, मगर मेयर बोरिस जॉनसन और उनकी टीम ने कमाल का काम किया है, सब कुछ बेहतरीन तरीक़े से आयोजित किया गया है. हम सबको अपनी इस सफलता पर गर्व करना चाहिए."
लंदन के ओलंपिक विलेज का मुख्य आकर्षण है आर्सेलर मित्तल टावर जिसे बनाने के लिए उनकी कंपनी ने स्टील दिया था, इस टावर का डिज़ाइन तैयार किया है भारतीय मूल के कलाकार अनीश कपूर ने.
स्टेडियम के बगल में है मित्तल टावर
इस टावर को यूरोप की सबसे बड़ा कलाकृति कहा जा रहा है, जबकि कुछ लोग इसे भोंडा बताते हुए इसकी आलोचना कर रहे हैं. यह टावर अपने निर्माण से पहले ही काफ़ी चर्चा में रहा है.
टावर के बारे में मित्तल ने कहा, "यह मुझे बहुत पसंद है, यह एक बेहतरीन कलाकृति है, इसका डिज़ाइन बहुत सुंदर है, यह बेजोड़ इंजीनियरिंग का नमूना है."
पिछले दिनों क्वीन एलिज़ाबेथ ने मित्तल टावर के ऊपर बने प्लेटफ़ार्म से ओलंपिक विलेज को देखा, लक्ष्मी मित्तल का कहना है कि महारानी को उनका बनवाया हुआ टावर बहुत पसंद आया.
जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने टावर बनवाने की क्यों सोची, तो उन्होंने कहा, "मैं इतने वर्षों से लंदन में रहता हूँ, मैं लंदन को कुछ देना चाहता था, मैं इस बात से बहुत खुश हूँ कि मैं लंदन को एक ऐसी चीज़ दे पाया हूँ जो लंबे समय तक कायम रहेगी."
No comments:
Post a Comment